अक्नेस्कार (मुहासो के खड्डे), व्यंग, डलस्किन, स्ट्रेच मार्क, रिंकल्स (झुरिया) इन अवस्था मे मायक्रोनीडलींग ट्रीटमेंट काफी लाभदायक है. मायक्रोनीडलींग ट्रीटमेंट मे हम डर्मारोलर या डर्मापेन से छोटे छोटे छिद्र करते है, हीलिंग के दौरान कोलेजण सिक्रीशन बढता है.